मंगलवार, 17 अप्रैल 2012

हिन्दी साहित्य पहेली 77 का परिणाम और विजेता सुश्री ऋता शेखर ‘मधु’


प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों
आज की पहेली में बहुत आसान सा सवाल पूछने के बाद भी प्राप्त हुये उत्तरों की संख्या उत्साहजनक नहीं रही। बहरहाल इस पहेली का उत्तर है कथाकार श्री अमृत लाल नागर ।
हिन्दी के लोकप्रिय कथाकार अमृत लाल नागर का जन्म 17 अगस्त 1916 ई0 को आगरा (उ0प्र0) में हुआ। आपके पिता का नाम राजाराम नागर था। नागर जी का निधन 1990 ई0 में हुआ। आपने इण्टरमीडिएट तक शिक्षा ग्रहण की। नागर जी की भाषा - सहज, सरल दृश्य के अनुकूल है। मुहावरों, लोकोक्तियों, विदेशी तथा देशज शब्दों का प्रयोग आवश्यकतानुसार किया गया है। भावात्मक, वर्णनात्मक, शब्द चित्रात्मक शैली का प्रयोग इनकी रचनाओं में हुआ है।


इनकी प्रमुख रचनाओं में सेठ बाँकेमल, बूँद और समुद्र्र, सतरंज के मोहरे, सुहाग के नूपुर, अमृत और विष, सात घूँघट वाला मुखड़ा, एकदा नैमिषारण्ये, मानस का हंस, नाच्यौ बहुत गोपाल (उपन्यास ) प्रमुख हैं , व्यंग्य, निबन्ध, रेखाचित्र, संस्मरण, जीवनी आदि विधाओं में आपने महत्वपूर्ण कार्य किया।

सुनीति सिनेमा समाचार, हास्य व्यंग्य साप्ताहिक चकल्लस नया साहित्य, प्रसाद मासिक पत्रों आदि का संपादन भी किया।

1940 से 1947 तक फिल्म सेनेरियो का लेखन कार्य किया। 1953 से 1956 तक आकाशवाणी लखनऊ में ड्रामा प्रोड्यूसर रहे।


आपको साहित्य अकादमी सोवियत लैण्ड नेहरू पुरस्कार, बटुक प्रसाद पुरस्कार, प्रेमचन्द पुरस्कार, वीर सिंह देव पुरस्कार, विद्या वारिघि, सुधाकर पदक तथा पद्म भूषण से अलंकृत किया गया।

आपको भारत सरकार द्वारा १९८१ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

और अब चर्चा इस पहेली के परिणाम पर
इस बार सबसे पहले सही उत्तर भेजकर विजेता के पद पर विराजमान हुई हैं सुश्री ऋता शेखर ‘मधु’ जी


और बिलम्ब के साथ सही उत्तर देकर आज के प्रथम उपविजेता पद पर विराजमान हुई हैं सुश्री साधना वैद्य जी




सुश्री ऋता शेखर ‘मधु’ जी सुश्री साधना वैद्य जी ,को हिंदी साहित्य पहेली परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनायें और ढेरों बधाइयाँ।  
                     

2 टिप्‍पणियां:

आप सभी प्रतिभागियों की टिप्पणियां पहेली का परिणाम घोषित होने पर एक साथ प्रदर्शित की जायेगीं