हिन्दी साहित्य पहेली 79 के हल हेतु संकेत
प्रिय पाठकगण
इस बार की हिन्दी साहित्य पहेली के जारी होने के बाद अब तक चौबीस घंटे हो चुके हैं परन्तु किसी भी पाठक का सही हल प्राप्त नहीं हो सका है इसलिये पहेली के सही हल हेतु आपको संकेत देना चाहता हूँ जो इस प्रकार है
(1) चित्र में छिपी कृति इस महान लेखक की आत्मकथा का एक भाग है
(2) इस प्रसिद्ध महान हिन्दी लेखक के हस्ताक्षर नीचे दिये गये हैं
मेरा विश्वास है कि अब तक यह दोनो संकेत आपको पहेली के हल तक पहुंचने में सहायक हो चुका होगा सो देर किस बात की तुरंत अपना उत्तर भेजें ताकि कोई और आपसे पहले उत्तर देकर इस पहेली का विजेता न बन बैठै।
अग्रिम शुभकामनाओं सहित
harivanh rai bachann
जवाब देंहटाएंgood luck
जवाब देंहटाएंgood luck
जवाब देंहटाएंआश्चर्य है मैंने तो सोमवार को ही रात में इसका उत्तर भेजा था ! बल्कि मुझे पूरा विश्वास था कि अब तक सही हल के साथ कई उत्तर आपके पास पहुँच चुके होंगे ! खैर - ! फिर से लिख देती हूँ ! यह श्री हरिवंशराय बच्चन जी की आत्मकथा का तीसरा भाग है ' बसेरे से दूर ' ! यह पुस्तक मेरे घर में भी संग्रहित है इसलिए एक पल भी नहीं लगा मुझे उत्तर देने में !
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