प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों
आज की पहेली भारत के स्वतंत्रता संग्राम से जुडे एक ऐसे व्यक्तित्व की है जो हमारे देश का पहला प्रधान मंत्री भी बना। जी हां हम बात कर रहे है चाचा नेहरू की । जब जवाहरलाल नेहरू जी की पृत्री इन्दिरा जी मात्र दस वर्ष की थीं तो नेहरू जी स्वतत्रता आंदोलन के सिलसिले में जेल में थे । नेहरू जी ने जेल से अपनी पुत्री इन्दिरा जी को कुछ बुनियादी बातें समझाने के लिये कुल तीस पत्र लिखे जो अंग्रजी भाषा में थे। कालान्तर में नेहरू जी के द्वारा लिखे गये वे तीस पत्र ‘पिता के पत्र पुत्री के नाम ’ के नाम से विश्व प्रसिद्ध हुये । इन पत्रों के आधार पर दूरदर्शन पर धारावाहिक का निर्माण भी हुआ ।
अब बात करते हैं आज की हिन्दी साहित्य पहेली इन्हीं पत्रो पर आधारित है, जैसा कि उपर बताया जा चुका है कि जवाहर लाल नेहरू द्वारा इन्दिरा जी को लिखे गये ये पत्र अंग्रेजी में थे। कालान्तर में इन पत्रों का अनुवाद हिन्दी में हुआ और हिन्दी में अनुदित ये पत्र आम भारतीय जन के साथ साथ विश्व भर में लोकप्रिय हुये। आपको यह बताना है कि जवाहरलाल नेहरू जी के इन पत्रों का अनुवाद किसने किया था।
संकेत के रूप में आपको बता दे इन पत्रों का अनुवाद करने वाले अनुवादक लेखक तत्कालीन हिन्दी साहित्य जगत की अनुपम विभूति थे । संकेत के रूप मे नीचे दिये गये चित्र में उस महान अनुवादक की हस्त लिपि में उनकी डायरी का एक पन्ना दृष्टव्य है जिसमें उन्होने सामान्य दिनचर्या के साथ अनुवाद से संबंधित अपनी साहित्यिक कार्ययोजना के बारे में भी अंकन किया है।
उनकी यह डायरी एक विरासत के रूप में इलाहाबाद के राजकीय संग्रहालय की वीथिका में जन साधारण के अवलोकनार्थ सुरक्षित रखी है।
है ना बहुत आसान सा कार्य । तो फिर देर किस बात की क्या आप पहचान गये हैं उस अनुवादक लेखक को तो फिर अब देरी किस बात की जल्दी से जल्दी अपना उत्तर भेजें ताकि आपसे पहले उत्तर भेजकर कोई और इसका पहेली का विजेता न बन जाय।
हार्दिक शुभकामनाओं सहित।
आभार ।।
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