प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों
आज की पहेली का उत्तर है
पहली रचना ' हो गयी है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिये' के रचनाकार हैं दुष्यंत कुमार !
और दूसरी रचना, 'है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिये' के रचनाकार का नाम है श्री गोपालदास नीरज !
और अब आते हैं परिणाम पर
इस बार सर्वप्रथम सही उत्तर देकर विजेता बनी हैं सुश्री साधना वैद्य जी
और आज के प्रथम उपविजेता पद पर विराजमान हुए हैं आदरणीय दर्शन लाल जी बावेजा
और आधा सही उत्तर देकर जो इस पहेली के दूसरे उप विजेता हैं आदरणीय डा0 रूपचंद शास्त्री ‘मयंक’जी
सुश्री साधना वैद्य जी , श्री दर्शन लाल बावेजा जी तथा डा0 रूपचंद शास्त्री ‘मयंक’जी
आप सभी को हिंदी साहित्य पहेली परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनायें और ढेरों बधाइयाँ।
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