मंगलवार, 3 जनवरी 2012

हिन्दी साहित्य पहेली ६२ का परिणाम और विजेता है सुश्री ऋता शेखर ‘मधु’

प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों


साहित्य पहेली संख्या 62 के महान लेखक का नाम है 'श्री उपेन्द्रनाथ अश्क जी ' ! जिनके संबंध में आदरणीय दर्शन लाल जी वावेजा द्वारा अपने उत्तर में यह विस्तृत जानकारी भी दी है कि
'श्री उपेन्द्रनाथ अश्क'जी (१९१०- १९ जनवरी १९९६) हिन्दी के प्रसिद्ध कथाकार व उपन्यासकार थे। 'अश्क' का जन्म जालन्धर, पंजाब में हुआ। जालन्धर में प्रारम्भिक शिक्षा लेते समय ११ वर्ष की आयु से ही वे पंजाबी में तुकबंदियाँ करने लगे थे। कला स्नातक होने के बाद उन्होंने अध्यापन का कार्य शुरू किया तथा विधि की परीक्षा विशेष योग्यता के साथ पास की। अश्क जी ने अपना साहित्यिक जीवन उर्दू लेखक के रूप में शुरू किया था किन्तु बाद में वे हिन्दी के लेखक के रूप में ही जाने गए। १९३२ में मुंशी प्रेमचन्द्र की सलाह पर उन्होंने हिन्दी में लिखना आरम्भ किया। १९३३ में उनका दूसरा कहानी संग्रह 'औरत की फितरत' प्रकाशित हुआ जिसकी भूमिका मुंशी प्रेमचन्द ने लिखी।


और अब परिणाम कि बारी ---

साहित्य पहेली संख्या 61 और 62 के परिणामों में भी एक अजब का संयोग है कि दोनो मे विजेता तथा उपविजेता के नाम समान हैं अंतर है तो बस इतना कि साहित्य पहेली संख्या 61 की उपविजेता इस पहेली संख्या 62 की विजेता है तथा पूर्व की विजेता इस बार की उपविजेता रही हैं। -----
सबसे पहले सही उत्तर भेजकर विजेता के पद पर विराजमान हुई हैं सुश्री ऋता शेखर ‘मधु’ जी
सुश्री ऋता शेखर ‘मधु’ जी

और आज के प्रथम उपविजेता पद पर विराजमान हुई हैं सुश्री साधना वैद जी
साधना वैद्य जी
थोडे से बिलम्ब के साथ सही उत्तर देकर द्वितीय उप विजेता के पद पर विराजमान हुये हैं सर्व श्री आदरणीय दर्शन लाल जी वावेजाश्री दर्शन लाल बावेजा जी
सुश्री ऋता शेखर‘मधु जी, सुश्री साधना वैद जी, और आदरणीय दर्शन लाल जी वावेजा, आप सभी को 2012 की पहली हिंदी साहित्य पहेली का विजेता तथा उपविजेता तथा द्वितीय उप विजेता घोषित होने पर हार्दिक शुभकामनाओं के साथ ढेरों बधाइयाँ।   
                     



वर्ष 2012 आपके लिये इसी प्रकार नयी नयी सफलता के द्वार खोले इसी कामना के साथ
हिन्दी साहित्य पहेली परिवार की ओर से पुनः ढेरेां बधाइयां

3 टिप्‍पणियां:

  1. सुश्री ऋता शेखर मधु जी को बहुत बहुत बधाई !
    अशोक जी आपसे अनुरोध है 'हमारे विजेताओं से मिलें' पृष्ठ पर मेरे नाम के साथ 'परिचर्चा' वाले सामूहिक ब्लॉग का लिंक जुड़ा हुआ है ! इसे मैंने आज पहली बार ही देखा ! आपसे अनुरोध है पैचार्चा के स्थान पर यदि आप मेरे व्यक्तिगत ब्लॉग 'सुधीनामा' का URL दे दें तो मुझे हार्दिक प्रसन्नता होगी ! मेरे ब्लॉग का URL इस प्रकार है -
    http://sudhinama.blogspot.com/
    सधन्यवाद एवं साभार !

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  2. आदरणीय साधना जी
    आपके द्वारा दिया गया लिंक यथास्थान लगा दिया
    अन्य वितेतागणों से भी अनुरोध है कि कृपया अपनो नाम के साथ जुडा लिंक देख ले ।
    यदि किसी परिवर्तन की आवश्यकता हो तो सूचित करे

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  3. नया साल आपके जीवन में समृध्दि और खुशहाली लेकर आए!

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आप सभी प्रतिभागियों की टिप्पणियां पहेली का परिणाम घोषित होने पर एक साथ प्रदर्शित की जायेगीं