इस साहित्य पहेली 64 के विजेता की घोषणा से पूर्व सही उत्तर जो है
पत्रिका "चाँद" जो 1920 से 1928 तक प्रकशित हुयी ओर इसके संपादक थे श्री रामरिख सहगल जी और इसकी संचालिका थीं उनकी पत्नी श्रीमती विद्यावती सहगल जी
और अब बात परिणामों की जो पिछली बार के परिणामों के ठीक उलट है यानी पिछली पहेली के उपविजेता इस बार विजेता हैं जबकि पिछली विजेता इस बार उपविजेता बनी है
पहचान गये ना इस बार के विजेता को -----------सबसे पहले सही उत्तर देकर विजेता बने हैं आदरणीय डा0 रूपचंद जी शास्त्री मयंक जी
और दूसरे नंबर पर सही उत्तर देकर प्रथम उपविजेता बनी है सुश्री ऋता शेखर मधु जी
आप सभी विजेता तथा उपविजेता गणों को हार्दिक बधाई
अगली पहेली तक के लिये आप सबको नमस्कार और हार्दिक शुभकामनाऐं।
इस बार उत्तर जानने के लिए परिश्रम करना पड़ा|
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी को बहुत-बहुत बधाई|
वृद्धावस्था में परीक्षा देना अच्छा नहीं लगता है। क्योंकि याददाशत कम हो जाती है।
जवाब देंहटाएंजिसे आपने परीक्षा समझ कर दिया हैं वह हमारे लिये आर्श्विाद है आदरणीय शास्त्री जी ।
जवाब देंहटाएंकृपया इसी प्रकार अशिर्वाद बनाये रखियेगा बस ।
सुश्री ऋता शेखर मधु जी को इस बार उत्तर जानने के लिए परिश्रम करना पड़ा
आप दोनो को हार्दिक बधाई
जिसे आपने परीक्षा समझ कर दिया हैं वह हमारे लिये आर्श्विाद है आदरणीय शास्त्री जी ।
जवाब देंहटाएंकृपया इसी प्रकार अशिर्वाद बनाये रखियेगा बस ।
सुश्री ऋता शेखर मधु जी को इस बार उत्तर जानने के लिए परिश्रम करना पड़ा
आप दोनो को हार्दिक बधाई
मेरी ओर से भी बधाइयाँ ....
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