मंगलवार, 10 जनवरी 2012

हिंदी साहित्य पहेली 63 का परिणाम और विजेता है सुश्री ऋता शेखर मधु जी

इस साहित्य पहेली 63 के विजेता की घोषणा से पूर्व सही उत्तर जो है
श्रीयुत धर्मवीर भारती जी कनुप्रिया उनकी प्रसिद्ध रचना है

और सबसे पहले सही उत्तर देकर लगातार तीसरी बार विजेता बनी है सुश्री ऋता शेखर मधु जी

और दूसरे नंबर पर सही उत्तर देकर प्रथम उपविजेता बने हैं आदरणीय डा0 रूपचंद जी शास्त्री मयंक जी

और तीसरे नंबर पर सही उत्तर देकर द्वितीय उपविजेता बने हैं आदरणीय श्री सवाई सिंह राजपुरोहित जी


सुश्री साधना वैद्य जी ने भी सही उत्तर भेजा है परन्तु थोड़े से बिलम्ब के साथ है

आप सभी विजेता तथा उपविजेता गणों को हार्दिक बधाई के साथ साथ एक सलाह भी देनी है और वह यह है कि इस हिन्दी साहित्य पहेली 63 के संबंध में आदरणीय डा0 रूपचंद जी शास्त्री मयंक जी का यह प्रेक्षण (आव्जरवेशन) रहा है कि इतनी आसान पहेली नहीं पूछनी चाहिये सो आदरणीय शास्त्री मयंक जी के निर्देशों का अनुसरण करते हुये अगली बार अपेक्षाकृत कुछ कठिन पहेली पूछी जायेगी सो अभी से तैयारी शुरू कर दीजिये ।
तब तक आप सभी विजेता तथा उपविजेता गणों को पुनः हार्दिक बधाई

2 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीय अशोक जी ! वैसे तो विजेता बनें या उपविजेता क्या अंतर पड़ता है लेकिन जब आप विजेताओं के नाम के आगे उल्लेख कर ही रहे हैं तो आपका ध्यान आकर्षित करना चाहती हूँ कि पहेली संख्या ६१ का विजेता आपने ही मुझे घोषित किया था ! यदि कोई भूल रह गयी है तो कृपया उसे सुधार लें ! सधन्यवाद !

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  2. सुश्री ऋता शेखर मधु जी /आदरणीय डा0 रूपचंद जी शास्त्री मयंक जीको बहुत बहुत बधाई!

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आप सभी प्रतिभागियों की टिप्पणियां पहेली का परिणाम घोषित होने पर एक साथ प्रदर्शित की जायेगीं