आपको यह बताते हुये अत्यंत खेद हो रहा है कि इस पहेली 49 के संबंध में प्राप्त कोई भी उत्तर सही नहीं है और हम नहीं चाहते कि हिन्दी साहित्य पहेली की इस आसान सी पहेली के लिये हम यह घोषणा करें कि
‘‘कोई भी उत्तर सही नहीं होने से कोई भी विजेता नहीं है।’’
वास्तव में हम अपने सहभागियों के मध्य कम से कम एक विजेता तो खोजना ही चाहते हैं,
इसलिये इस बार नियमों में थोडी सी शिथिलता प्रदान करते हुये इस पहेली के परिणामों की घोषणा के लिये एक अतिरिक्त दिवस और अतिरिक्त संकेत प्रदान किया जाता है। आप सब प्रतिभागियों द्वारा भेजे गये उत्तरों को हमने मॉडरेशन में छिपा कर रखा हुआ है , ऐसा इसलिये किया है ताकि आप इनके आधार पर गलत उत्तरों को पहचान कर ‘‘कौन बनेगा करोडपति ’’ की तर्ज पर गलत उत्तरों को डिलीट करने की लाइफ लाइन स्वतः ही पा जा
यें ।
आप सब सम्मानित प्रतिभागियों को धन्यवाद करते हुये हम सबको एक और संकेत दिये देते हैं और वह यह है कि इस पहेली का उत्तर श्री कृष्ण जी के सम्बद्ध में राग केदारा में लिखी रचनाओं में छिपा है । मेरे विचार से आप सबको पुनः विचार कर अपना उत्तर देना चाहिये कि किस महाकवि ने राग केदारा मे अधिकतम रचनायें लिखीं है?
वही सही उत्तर होगा जिसके लिये आप सबको पुनः शुभकामनायें।
अरे आप लोग रिक्त स्थान पर क्रमशः सूर , तुलसि, रामसुख, और कबीर रखकर तो देखिये , केवल एक नाम ही ऐसा ही है जो राग केदार की मात्राओ के पैमाने पर खरा उतरता है।
तो फिर अब देरी किस बात की जल्दी से सूर , तुलसि, रामसुख, और कबीर लगाकर पद को मात्राओं के पैमाने पर देख लें और हल भी तुरंत भेजें।
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आप सभी प्रतिभागियों की टिप्पणियां पहेली का परिणाम घोषित होने पर एक साथ प्रदर्शित की जायेगीं