सभी साथियों को ईद की हार्दिक शुभकामनायें !
इस पहेली का परिणाम
हिन्दी साहित्य पहेली 95 में आपको दी गयी नज़्म के रचनाकार को पहचानना था इस बेहतरीन गज़ल के रचनाकार का नाम है श्री क़तील शिफ़ाई जी
क़तील शिफाई जी 24 दिसंबर 1919 को हरीपुर हज़ारा में पैदा हुए थे । उनका असली नाम था औरंगज़ेब ख़ान था । पिता के असमय निधन की वजह से पढ़ाई बीच में ही छोड़कर क़तील को खेल के सामान की अपनी दुकान शुरू करनी पड़ी, इस धंधे में बुरी तरह नाकाम रहने के बाद क़तील पहुंच गये रावलपिंडी और एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में उन्होंने साठ रूपये महीने की तनख्वाह पर काम करना शुरू किया । सन 1946 में नज़ीर अहमद ने उन्हें मशहूर पत्रिका ‘आदाब-ऐ-लतीफ़’ में उप संपादक बनाकर बुला लिया । ये पत्रिका सन 1936 से छप रही थी । क़तील की पहली ग़ज़ल लाहौर से निकलने वाले साप्ताहिक अख़बार ‘स्टार’ में छपी, जिसके संपादक थे क़मर जलालाबादी ।
जनवरी 1947 में क़तील को लाहौर के एक फिल्म प्रोड्यूसर ने गाने लिखने की दावत दी, उन्होंने जिस पहली फिल्म में गाने लिखे उसका नाम है ‘तेरी याद’ । क़तील ने कई पाकिस्तानी और कुछ हिंदुस्तानी फिल्मों में गीत लिखे । जगजीत सिंह-चित्रा सिंह और गुलाम अली ने उनकी कई ग़ज़लें और नज़्में गाई हैं । उनकी बीस से भी ज्यादा किताबें शाया हो चुकी हैं ।
इस पहेली के कई उत्तर हमें प्राप्त हुये जो सही थे सबसे पहले प्राप्त होने वाला उत्तर सुश्री साधना वैद्य जी का रहा उसके उपरांत सुश्री ऋता शेखर मधु जी का उत्तर प्राप्त हुआ। अतः आज के विजेता पद को सुशोभित करने का अधिकार जाता है सुश्री साधना वैद्य जी को ।
और अब चर्चा इस पहेली के परिणाम पर
1-इस बार सही उत्तर भेजकर विजेता बनी हैं सुश्री साधना वैद्य जी
2- और सही उत्तर भेजकर प्रथम उपविजेता बनी हैं सुश्री ऋता शेखर मधु जी।
3- और सही उत्तर भेजकर द्वितीय उपविजेता पर विराजमान हुए हैं श्री अरुन शर्मा जी।
4- और आज की पहेली में एक नये विजेता जुडे हैं श्री प्रकाश गोविन्द जी उनका इस पहेली पर स्वागत है हांलांकि उनका उत्तर बिवम्ब से मिला परन्तु वे आज के विशिष्ठ विजेता हैं श्री प्रकाश गोविन्द जी।
आज की पहेली का सही उत्तर खोज कर साहित्य पहेली को प्रेषित कर इसमें सक्रिय भाग लेने के लिये हार्दिक आभार और शुभकामनाये
sabhi vijetaon ko badhai.
जवाब देंहटाएंशुक्रिया शालिनी जी
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