इस पहेली में एक पुस्तक का आवरण पृष्ठ कुछ परिवर्तनों के साथ प्रकाशित करते हुये यह पूछा गया था कि आपको इन परिवर्तनों को पहचानना है।
आदरणीय प्रकाश गोविन्द जी ने पहले तो अपनी टिप्पणी के माध्यम से घोषणा भी कर दी कि इस बार की पहेली कठिन है परन्तु बाद में इस पहेली का सही उत्तर खोज कर प्रेषित किया जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं ।
सुक्षी मृदुला प्रधान जी ने यह घोषणा तो की कि यह उपन्यास प्रेमचंद जी का तो नहीं है परन्तु वे सही उत्तर नहीं तलाश कर सकीं ।
पहेली का सही हल सबसे पहले भेजने में सफल रहीं सुश्री ऋताशेखर मधु जी ।
इस पुस्तक का वास्तविक मुखपृष्ठ निम्नानुसार प्रकाशित है।
अब तो आप समझ ही गये होंगे कि पहेली में लपटें के लेखक का नाम परिवर्तित कर दिया गया था । यह उपन्यास आदणीय चित्रा मुद्गल द्वारा लिखित है।
1-इस बार सबसे पहले सही उत्तर भेजकर विजेता के पद पर विराजमान हुई हैं सुश्री ऋता शेखर ‘मधु’ जी
2- और आज की पहेली में सही उत्तर भेजकर उपविजेता हैं श्री प्रकाश गोविन्द जी।
3-प्रयास करने के लिये सुश्री मृदुला प्रधान जी का विशेष आभार
आप विजेता तथा प्रतिभागियों को हिंदी साहित्य पहेली परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनायें
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